जय जिनेन्द्र दोस्तों !
भाइयों और बहनों ! प्रणाम ! नमस्कार ! शुभ प्रात: ! आप सभी का स्नेह ,प्यार व
शुभाशीष मुझ पर बरसता रहे ! क्रिसमस की हार्दिक शुभ कामनाएं !
दौड़ने की जरूरत नही है
,धीमे-धीमे चलें ! किन्तु लक्ष्य याद रहे ! लक्ष्य बन गया तो पहुंचा जा सकता है
,यात्रा लंबी हो ,गति मंद हो तो भी पहुंचा जा सकता है ! जिसने लक्ष्य ही छोटा बना
लिया उसके पाँव रुक जायेंगें ! इसीलिए लक्ष्य को हमेशा बड़ा रखें !
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