धन्य
हैं ये नेत्र मेरे धन घडी शुभ आज दिन ....
आज इतनी खुशी मिली है कि उसे शब्दों में बयाँ करना आसान नहीं ! वैसे तो कई बार हमें मुनि आर्यिकाओं कि चरण रज अपने आफिस व घर में प्राप्त करने का अवसर मिला है लेकिन आज गुरुवर आचार्य गुप्तिनंदी जी महा
आज इतनी खुशी मिली है कि उसे शब्दों में बयाँ करना आसान नहीं ! वैसे तो कई बार हमें मुनि आर्यिकाओं कि चरण रज अपने आफिस व घर में प्राप्त करने का अवसर मिला है लेकिन आज गुरुवर आचार्य गुप्तिनंदी जी महा
राज ,ससंघ मुनिश्री सुयश गुप्त जी ,मुनिश्री महिमा सागर
जी व मुनिश्री चन्द्रगुप्त जी और आर्यिका माता आस्थाश्री जी व क्षुल्लिका माता
धन्यश्री जी मेरे आफिस में पधारे ! एक साथ इन सबको दर्शन वंदन करके हमारे हर्ष का ठिकाना
नहीं था ! उनके पाद प्रक्षालन करके व आरती वंदन करके आज हम सपरिवार गौरवान्वित हुए
! मेरे ये चर्म चक्षु इस अवसर को आजीवन नहीं भूल सकता ! अवसर था विहार करते हुए
ग्रीन रोड ,जैन मन्दिर में प्रवचन के लिए जाने का !
धन्य है इनका जीवन व साधना ........हम सभी पर आपका आशीर्वाद बना रहे !
धन्य है इनका जीवन व साधना ........हम सभी पर आपका आशीर्वाद बना रहे !
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