मै परम पूज्य आचार्य गुप्तिनंदी जी गुरुदेव
को कोटि कोटि नमन करती हूँ ,जिनकी कृपा से मुझे ऐसा ज्ञान प्राप्त हुआ जिसका मै
वर्णन नहीं कर सकती हूँ ! मुझे हर समय ऐसा महसूस होता है कि मुझे मेरे गुरुदेव
आशीर्वाद दे रहे हैं और मेरे सहस्रार चक्र में विराजमान हैं ! इस अपार कृपा के लिए
मै आपका बहुत बहुत धन्यवाद करती हूँ और आपसे प्रार्थना करती हूँ कि आप की कृपा मुझ
पर ऐसे ही बरसती रहे !
अनीता जैन
बैंक कालोनी
रोहतक
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