बोलना अच्छा या मौन रहना अच्छा
बोलना अच्छा या मौन रहना अच्छा ? हमें यह विवेक करना है कि कहीं कहीं मौन करना
अच्छा व कहीं पर बोलना भी अच्छा ! जो व्यक्ति विवेक नही कर पता वह समस्या पैदा कर
लेता है ! यह विवेक भी करना होता है कि लाभ अच्छा है या अलाभ ! हम यह नही कह सकते
हैं कि लाभ अच्छा ही है और यह भी नही कह सकते कि अलाभ अच्छा नही ही है ! कभी कभी
ऐसा होता है कि अलाभ व्यक्ति को आगे बढ़ा देता है ! कुछ मिला नही ,ये भाव आते ही मन
में कुछ नया करने की भावना जागती है और व्यक्ति बहुत आगे बढ़ जाता है !
जय जिनेन्द्र दोस्तों !
भाइयों और बहनों ! प्रणाम ! नमस्कार ! शुभ प्रात: !
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