जय जिनेन्द्र दोस्तों !
भाइयों और बहनों ! प्रणाम ! नमस्कार ! शुभ प्रात: !
चिन्तन के द्वारा बड़ी से बड़ी
समस्याओं का समाधान निकाला जा सकता है ! व्यक्ति की सुझबुझ और चिन्तन से ऐसा मार्ग
निकलता है कि समस्या का समाधान हो जाता है ! चिन्तनशुन्य व्यक्ति समस्या को उलझा
देता है ,उसका कभी समाधान नही कर पाता !
No comments:
Post a Comment