आज का विचार 05.12.2011
दुःख से ही सुख की कीमत है ,अन्धकार के कारण
ही प्रकाश का महत्व है ! बुराइयों के कारण ही
अच्छाइयां अच्छी लगती हैं
आर्यिका 105 माता स्वस्ति भुषण जी की
“एक लाख की एक एक बात “ से
सभी मुनि,आर्यिकाओं ,साधु,साध्वियों,श्रावक,श्राविकाओं
को यथोचित नमोस्तु,वन्दामी,मथे वन्दना ,जय जिनेन्द्र,नमस्कार
शुभ प्रात:
EVERY THING IN THIS LIFE COMPLIMENT EACH OTHER. A PERSON HAS TO ACCEPT BOTH.JUST KEEP IN MIND-NOTHING IS PERMANENT IN THIS TEMPORARY WORLD...
ReplyDeletenothing is permanent ,right tanu
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