किसी विचारक ने कहा है
" नारी में जब वात्सल्यमयी भावनाएं ,करुणा ,दया ,
ममत्व की कमी होती है ,तब क्रूरता उभरती है ,
क्रूरता अनुकरणीय नही है ,जिस दिन नारी उसे स्वीकार कर
लेगी उस दिन समस्त सदाचारों में विप्लव आ जाएगा !"
सभी मुनि,आर्यिकाओं ,साधु,साध्वियों,श्रावक,श्राविकाओं
को यथोचित नमोस्तु,वन्दामी,मथे वन्दना ,जय जिनेन्द्र,नमस्कार
शुभ प्रात:
" नारी में जब वात्सल्यमयी भावनाएं ,करुणा ,दया ,
ममत्व की कमी होती है ,तब क्रूरता उभरती है ,
क्रूरता अनुकरणीय नही है ,जिस दिन नारी उसे स्वीकार कर
लेगी उस दिन समस्त सदाचारों में विप्लव आ जाएगा !"
सभी मुनि,आर्यिकाओं ,साधु,साध्वियों,श्रावक,श्राविकाओं
को यथोचित नमोस्तु,वन्दामी,मथे वन्दना ,जय जिनेन्द्र,नमस्कार
शुभ प्रात:
No comments:
Post a Comment