आज का विचार 17.12.2011
सूर्य चाँद फुल फल अपने गुणों की गाथा स्वयं
नही गाते ,फिर भी जग में प्रसिद्द हैं !
नही गाते ,फिर भी जग में प्रसिद्द हैं !
आर्यिका 105 माता स्वस्ति भुषण जी की
“एक लाख की एक एक बात “ से
सभी मुनि,आर्यिकाओं ,साधु,साध्वियों,श्रावक,श्राविकाओं
को यथोचित नमोस्तु,वन्दामी,मथे वन्दना ,जय जिनेन्द्र,नमस्कार
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