अनमोल वचन
जो व्यक्ति श्रद्धा से साधना करता है ! उसकी साधना एक दिन अवश्य ही फलित होती है ! जो विचलित हो जाता है ,साधना में विश्वास नहीं रखता ,वह संसार में भटकता रहता है !
चरित्रहीन की हमेशा चरित्रवान से हार होगी ,क्योंकि चरित्र बल सब से श्रेष्ठ है !
आत्मा के अलावा अन्य जो भी बाह्य पदार्थ हैं ! वे सब नाशवान हैं ,अस्थिर हैं ! आत्मा अजर ,अमर ,अटल ,शाश्वत है !
लक्ष्य के इच्छुक व्यक्ति को लक्ष्य के प्रति श्रद्धा होना आवश्यक है! यह बात सांसारिक ,सामाजिक व आध्यात्मिक हर क्षेत्र में लागू होती है
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