अनमोल वचन
दूसरों को धोखा देकर कोई भी सुख से नही रह सकता ,स्वयं का कुटिलता पूर्ण व्यव्हार स्वयं के लिये दुखद सिद्ध होता है ! अत: किसी के साथ भी कुटिलता पूर्ण व्यव्हार नही करना चाहिए !
जो दूसरों का बुरा सोचता है ,वह स्वयं का बुरा करता है ! स्वयं के बचाव के लिये जो दूसरों को धोखा देते हैं वे कभी भी अपने जीवन में सुख से नही रह सकते ! अत: किसी भी स्तिथि में दूसरों का बुरा न सोचें !
हर व्यक्ति पर मिष्ठ वचन का प्रभाव पड़ता है ! दुनिया को वश में करने के लिये मिष्ठ वचन एक महामंत्र है ! मिष्ठ वचन से शत्रु भी मित्र बन जाता है और मिष्ठ वचन के अभाव में मित्र भी शत्रु बन जाते हैं ! अत: कर्कश शब्दों का परित्याग करके मधुर वचनों का प्रयोग परम अपेक्षा रखता है !
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