मेरा अपना इसमें कुछ भी नहीं .........

जो भी कुछ यहाँ लिखा है जिनेन्द्र देव और जैन तीर्थंकरों की वाणी है !

जैन साधुओं व साध्वियों के प्रवचन हैं !!

सभी को इसे Copy/Share करने की स्वतंत्रता है !

कोई कापीराइट नहीं ..........

Sunday 9 June 2013

चिन्तन से चेतना

Good evening friends .......Jai jinendra Pranam
चिन्तन से चेतना जागृत होती है !
मुनिश्री प्रकर्ष सागर जी महाराज

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