मेरा अपना इसमें कुछ भी नहीं .........

जो भी कुछ यहाँ लिखा है जिनेन्द्र देव और जैन तीर्थंकरों की वाणी है !

जैन साधुओं व साध्वियों के प्रवचन हैं !!

सभी को इसे Copy/Share करने की स्वतंत्रता है !

कोई कापीराइट नहीं ..........

Thursday 25 July 2013

वक्ता और वचन



जय जिनेन्द्र बंधुओं ! प्रणाम ! नमस्कार ! शुभ संध्या ! 


वक्ता की प्रमाणता से ही वचन प्रमाणित माने जाते हैं !

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