जय जिनेन्द्र बंधुओं ! प्रणाम ! शुभ प्रात: !
मित्रों ! आज आप से
कुछ संवाद हो जाए ,इसीलिए आप सब से मुखातिब हुआ हूँ ! फेसबुक पर आने के बाद लगभग
दो साल मे पहली बार मुझे अपनी facebook
wall बंद करनी पड़ी है ,कुछ मित्रों को इसमें बुरा भी लगा ,लगना भी
चाहिए क्योंकि काफी समय से मै आप सब को Tag करके अपनी पोस्ट
पिछले काफी समय से आपकी प्रोफाइल पर ही दे रहा था ! लेकिन कुछ मित्रों के Objection
पर मैंने वो भी बंद कर दिया था और सिर्फ 5-6 साधु
साध्वियों या ब्रह्मचारी भैय्या और दीदी को ही Tag कर रहा
हूँ ,वो भी जो कि लगभग सभी मुझे व्यक्तिगत रूप से जानते हैं और मै उन्हें जानता
हूँ ! लेकिन इस बीच मे भी अपनी facebook wall हमेशा खुली रखी थी ! आप सब
की आने वाली पोस्ट का हमेशा ही स्वागत रहा है और आगे भी रहेगा और मुझे तो खुशी
होती है कि कोई मुझे इस बहाने याद तो करता है और सुबह शाम अपना शुभाशीष देता है !
लेकिन देखने मे आया है कि कुछ व्यक्ति दुसरे किसी व्यक्ति की पोस्ट मे मुझे Tag
करके बगैर सोचे समझे ऐसी फोटो डाल देते हैं जिससे कि वो पोस्ट और
फोटो जो कि कतई सभ्यता की श्रेणी मे नहीं
आती ,मेरे और सभी अन्य मित्रों की news feed मे भी पहुँच
जाती है ,और ये मुझे कतई बर्दाश्त नहीं कि मेरे कारण मेरे सम्माननीय मित्रों की
निगाह नीची हो जाए ! आप सब से इस कारण क्षमा प्रार्थी हूँ !
फेसबुक का बड़ा अहसान
है मुझ पर तो जो एक अनजान बहन ने मुझे अपनी राखी के काबिल समझा ,एक अनजान बहन सपरिवार
मीलों दूर से मुझे मिलने मेरे यहाँ आई और सबसे बढ़कर एक अनजान बहन सपरिवार मेरे
परिवार की दुःख की घडी मे मेरे और परिवार को सांत्वना देने आई !
आप सब मेरे अपने हैं
, मुझे अपनी प्यारी पोस्ट मे Tag
करते रहें ! आप की पोस्ट सिर्फ मेरी प्रोफाइल पर दिखेगी नहीं लेकिन मै
उसे देख सकूंगा , देखकर यथोचित comment देता रहूँगा ! मुझ पर
अपना स्नेह बनाए रखें!
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