मेरा अपना इसमें कुछ भी नहीं .........

जो भी कुछ यहाँ लिखा है जिनेन्द्र देव और जैन तीर्थंकरों की वाणी है !

जैन साधुओं व साध्वियों के प्रवचन हैं !!

सभी को इसे Copy/Share करने की स्वतंत्रता है !

कोई कापीराइट नहीं ..........

Friday 8 March 2013

Purity


जय जिनेन्द्र बंधुओं ! प्रणाम ! शुभ प्रात: !  
 The internal purity of mind is the basis of external purity of the body.

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