मेरा अपना इसमें कुछ भी नहीं .........

जो भी कुछ यहाँ लिखा है जिनेन्द्र देव और जैन तीर्थंकरों की वाणी है !

जैन साधुओं व साध्वियों के प्रवचन हैं !!

सभी को इसे Copy/Share करने की स्वतंत्रता है !

कोई कापीराइट नहीं ..........

Tuesday 14 February 2012

आज का विचार 14.02.2012




बालक गुल्लक मे एक दो रुपया डालकर भर
देता है ,वैसे प्रतिदिन एक एक गुण ग्रहण कर
जीवन गुणवान बनाओ !

आर्यिका 105 माता स्वस्ति भुषण जी की
“एक लाख की एक एक बात “ से 
सभी मुनि,आर्यिकाओं ,साधु,साध्वियों,श्रावक,श्राविकाओं
को यथोचित नमोस्तु
,वन्दामि , मत्थेण वन्दामि ,जय जिनेन्द्र,नमस्कार
शुभ प्रात:

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