मेरा अपना इसमें कुछ भी नहीं .........

जो भी कुछ यहाँ लिखा है जिनेन्द्र देव और जैन तीर्थंकरों की वाणी है !

जैन साधुओं व साध्वियों के प्रवचन हैं !!

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कोई कापीराइट नहीं ..........

Wednesday 2 January 2013

शर्म करो ! शर्म करो ! शासकों !


शर्म करो ! शर्म करो ! शासकों ! जागो ! वरना ये जनता अब जाग गयी है !
बंधुओं ! वर्ष का प्रारंभ होते होते ही एक दुष्कृत्य जैन मुनि के साथ होने का समाचार आया है !
दिगम्बर जैन मुनि श्री प्रबल सागर जी पर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा गिरनार जी सिद्ध क्षेत्र पर चाकुओं से हमला किया गया है ! मुनिश्री की हालत पारस चैनल की एक खबर के अनुसार गंभीर बतायी गयी है ! सम्पूर्ण जैन समाज इस गंभीर दुष्कृत्य की  घोर निंदा ,भर्त्सना करता है ! मुनिश्री सोम्य और शांत व्यक्तित्व के धनी हैं ! 1999 में हुए उनके रोहतक चातुर्मास के बारे में सोचता हूँ तो अनायास ही आँखें गीली हो जाती हैं ,जब मुनिश्री सौरभ सागर जी के साथ प्रवास करते हुए हम सब को ज्ञान गंगा में गोते लगवाए थे ! मेरे घर पर उनका कई बार आहार ग्रहण करने को आना हुआ ! मै व सम्पूर्ण जैन समाज उनके अति शीघ्र स्वास्थय लाभ की कामना करते हैं !
जिस शासन में मुनि साधु भी सुरक्षित नहीं ,वह शासन ज्यादा दिन तक नहीं टिकता ,आदरणीय नरेन्द्र मोदी जी ,आप अभी सम्भल जाएँ !जिस जनता ने आपको पलकों पर बिठा कर गद्दी पर बिठाया है ,वही आपको वापस गिरा भी सकती है ! दोषियों को तुरंत गिरफ्तार कीजिये ! कड़ी सजा तुरंत प्रभाव से देने की प्रक्रिया प्रारम्भ की जाए ! एक बार फिर से सम्पूर्ण जैन समाज इस दुष्कृत्य की घोर निंदा करता है ! सभी इसे अपनी प्रोफाइल पर शेयर करें ! ताकि जैन समाज की एकता जाहिर की जा सके !

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