मेरा अपना इसमें कुछ भी नहीं .........

जो भी कुछ यहाँ लिखा है जिनेन्द्र देव और जैन तीर्थंकरों की वाणी है !

जैन साधुओं व साध्वियों के प्रवचन हैं !!

सभी को इसे Copy/Share करने की स्वतंत्रता है !

कोई कापीराइट नहीं ..........

Saturday 12 January 2013

good morning


जिसके पास शील रुपी आभूषण है उसे अन्य आभूषणों की कभी कोई अपेक्षा नहीं रहती ! शीलवान का जीवन उन्नत व मन गौरव से परिपूर्ण रहता है !

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