मेरा अपना इसमें कुछ भी नहीं .........

जो भी कुछ यहाँ लिखा है जिनेन्द्र देव और जैन तीर्थंकरों की वाणी है !

जैन साधुओं व साध्वियों के प्रवचन हैं !!

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कोई कापीराइट नहीं ..........

Monday 18 February 2013

प्रार्थना और पुरुषार्थ



मित्रों जय जिनेन्द्र ......शुभ प्रात: प्रणाम
रोने से बालक का काम चल सकता है ,युवक का नहीं !प्रभु के सामने रोने धोने से मुक्ति नहीं मिलेगी ,केवल प्रार्थनाएं करने से ये बंधन नहीं टूटेंगें ! प्रार्थना के साथ पुरुषार्थ भी करना होगा ! भक्ति के साथ सत्कर्म भी करना होगा !

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