मेरा अपना इसमें कुछ भी नहीं .........

जो भी कुछ यहाँ लिखा है जिनेन्द्र देव और जैन तीर्थंकरों की वाणी है !

जैन साधुओं व साध्वियों के प्रवचन हैं !!

सभी को इसे Copy/Share करने की स्वतंत्रता है !

कोई कापीराइट नहीं ..........

Thursday 1 December 2011

आज का विचार 01.12.2011


आज का विचार 01.12.2011
कष्ट सहन करने से मनुष्य के
भीतर स्फूर्ति जाग जाती है !
आर्यिका 105 माता स्वस्ति भुषण जी की
“एक लाख की एक एक बात “ से
सभी मुनि,आर्यिकाओं ,साधु,साध्वियों,श्रावक,श्राविकाओं
को यथोचित नमोस्तु,वन्दामी,मथे वन्दना ,जय जिनेन्द्र,नमस्कार
शुभ प्रात:

1 comment:

  1. Right words have been said by Aaryika mataji... Really after bearing the pain of life a person is ready or prepared for the coming pain. He makes himself mentally prepared for the coming downfalls of life or you can say This pain comes to check one's strength...

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