मेरा अपना इसमें कुछ भी नहीं .........

जो भी कुछ यहाँ लिखा है जिनेन्द्र देव और जैन तीर्थंकरों की वाणी है !

जैन साधुओं व साध्वियों के प्रवचन हैं !!

सभी को इसे Copy/Share करने की स्वतंत्रता है !

कोई कापीराइट नहीं ..........

Friday 30 December 2011

आज का विचार 30.12.2011

जिन लोगों ने तुम्हारे साथ बुराई की है उसको शीघ्र भूलजाओ क्योंकि उनका एक क्षण का भी स्मरण अनन्त जन्मों के अर्जित आनंद को पल में नष्ट कर देता है !
सभी मुनि,आर्यिकाओं ,साधु,साध्वियों,श्रावक,श्राविकाओं
को यथोचित नमोस्तु ,वन्दामि , मत्थेण वन्दामि ,जय जिनेन्द्र,नमस्कार

शुभ प्रात:

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