मेरा अपना इसमें कुछ भी नहीं .........

जो भी कुछ यहाँ लिखा है जिनेन्द्र देव और जैन तीर्थंकरों की वाणी है !

जैन साधुओं व साध्वियों के प्रवचन हैं !!

सभी को इसे Copy/Share करने की स्वतंत्रता है !

कोई कापीराइट नहीं ..........

Tuesday 13 December 2011

पर उपदेश कुशल बहुतेरे

 दूसरे को उपदेश देने में सब कुशल है ,
उपदेश को क्रियान्वित करने वाले 
बहुत कम हैं ,किन्तु जीवन में उतारे बिना 
किसी का उत्थान नही हो सकता !

सभी मुनि,आर्यिकाओं ,साधु,साध्वियों,श्रावक,श्राविकाओं
को यथोचित नमोस्तु,वन्दामी,मथे वन्दना ,जय जिनेन्द्र,नमस्कार

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