मेरा अपना इसमें कुछ भी नहीं .........

जो भी कुछ यहाँ लिखा है जिनेन्द्र देव और जैन तीर्थंकरों की वाणी है !

जैन साधुओं व साध्वियों के प्रवचन हैं !!

सभी को इसे Copy/Share करने की स्वतंत्रता है !

कोई कापीराइट नहीं ..........

Wednesday 7 December 2011

आज का विचार 07.12.2011


    आशा जीवन है ,निराशा मृत्यु ,
    आशा अमृत है निराशा गरल ,
    आशा गति है निराशा कुंठा ,
    आशा रखें ,लक्ष्य अवश्य साकार होगा  
    सभी मुनि,आर्यिकाओं ,साधु,साध्वियों,श्रावक,श्राविकाओं
    को यथोचित नमोस्तु,वन्दामी,मथे वन्दना ,जय जिनेन्द्र,नमस्कार 
     शुभ प्रात:

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