मेरा अपना इसमें कुछ भी नहीं .........

जो भी कुछ यहाँ लिखा है जिनेन्द्र देव और जैन तीर्थंकरों की वाणी है !

जैन साधुओं व साध्वियों के प्रवचन हैं !!

सभी को इसे Copy/Share करने की स्वतंत्रता है !

कोई कापीराइट नहीं ..........

Monday 30 January 2012

अमृत न पिलाने को घर मे तो जहर पिलाते भी डरना

                              मै नही कहता हूँ किसी का कोई उपकार करो ,मै तो यही कहता हूँ कि किसी का अपकार मत करो ! मै यह नही कहता कि किसी को अमृत दो ,मै यह कहता हूँ कि किसी को जहर तो मत दो ! मै नही कहता किसी को दो रोटियां दो ,मै यह कहता हूँ कि किसी के पेट पर लात तो मत मारो ! मै यह नही कहता किसी की आँख के आँसू समेट लो ,मै यह कहता हूँ कि किसी की आँखों मे आँसू तो मत गिराओ ! मै यह नही कहता हूँ कि किसी को मकान बना कर दो ,मै  यह कहता हूँ कि किसी की झोंपड़ी तो मत उजाडो ! मै यह नही कहता कि कारों मे मत चलो ,मै यह कहता हूँ कि कारों से (अंधाधुंध ) जीवों को तो मत कुचलो ! मै यह नही कहता कि सेठ मत बनो ,मै यह कहता हूँ कि दूसरों का पेट काट कर तो सेठ मत बनो !
मुनि श्री 108 सुधासागर जी "दस धर्म सुधा " मे 


No comments:

Post a Comment